हम लाए हैं इस बार आपके लिए साबूदाने का बड़ा और मटर का झोल बनाने की रेसिपी... पढ़ें-- लड्डू, बर्फी, खीर आदि मिठाईयां बनाने के उपयोगी टिप्स साबूदाने के आपने बहुत से व्यंजन बनाए होंगे. साबूदाने के बने हुए व्यंजन पौष्टिक भी होते हैं और व्रत आदि में भी काम आते हैं. लेकिन आप अगर व्रत के लिए बनाए तो व्रत के हिसाब से ही इसमें मसालों का प्रयोग करें. यहां हम सामान्य रूप से साबूदाने के बड़े बनाने की रेसिपी बता रहे हैं. अब आजमा कर देखिये यह रेसिपी भी.. रेसिपी-- साबूदाना बड़ा सामग्री -- 200 ग्राम साबूदाना (भिगोकर रख दें) 1 किलो आलू (उबाल लें) 250 ग्राम भुनी हुई मूंगफली (छिलके निकालकर खलबट्टे या मिक्सी में दरदरी अर्थात मोटी कूट लें) अदरक और मिर्च का पेस्ट तीन नींबू का रस आधा गड्डी धनिया बारीक कटा हुआ तेल नमक स्वाद के अनुसार विधि-- आलूओं को उबालकर छीलकर मसल लें. फिर साबूदाने का पानी अच्छी तरह से निथार कर मसले हुए आलुओं को उसमें मिलाएं. फिर अदरक मिर्च और नींबू का रस नमक और धनिया और मूंगफली भी मिला दें. अब इस मिश्रण के छोटे-छोटे गोले बना लें और तेल में त
पतिपत्नी के प्रेम पर आपने बहुत कविताएं पढ़ी होगी। पतिपत्नी के संबंधों की गहनता पर पति द्वारा जीवन संगिनी अर्थात पत्नी को सम्बोधित करती दिल को छू लेने वाली यह भावपूर्ण कविता ' साथी मेरे ' पढ़ें . पति-पत्नी के बीच का संबंध बहुत गहरा , बहुत पवित्र और जन्म जन्मांतर का संबंध होता है. एक दूसरे के लिए वह संगी साथी,जीवन साथी सभी कुछ होते हैं. दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं. संग संग रहते हुए वह एक दूसरे की अनुभूतियों में समा जाते हैं. इसी पवित्र, प्यारे और सुंदर रिश्ते को लक्षित करते हुए लिखी गई है मेरी यह मौलिक कविता . आशा है आपकी प्रतिक्रियाएं अवश्य मिलेगी...