सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पाककला के कुछ उपयोगी टिप्स

कौन गृहिणी कुकिंग के उपयोगी टिप्स का प्रयोग नहीं करना चाहेगी जिससे कि उसके रसोई घर में बने भोजन से पूरा परिवार  तृप्ति का अनुभव करे तथा घर  का हर सदस्य और घर में आने वाले मेहमान उस की पाककला  की प्रशंसा करते रहे.

इसके लिए महिलाएं अक्सर अपने रसोईघर में पाककला के नए-नए  व्यंजन बनाती रहती है और नए नए टिप्स आजमाती रहती हैं.

paakkala-ke-upyogi-tips


किंतु आजकल की कामकाजी महिलाओं को इतना समय नहीं मिल पाता कि वे रोज नए नए व्यंजन बनाए।उन्हें घर-बाहर, ऑफिस व बच्चों की पढ़ाई आदि के अन्य कार्य करने होते हैं जिससे वह चाह कर भी कुछ नया नहीं पका पाती, बस जैसे-तैसे रोजमर्रा में बनने वाला सामान्य भोजन ही बना पाती हैं किंतु उस रोजमर्रा के भोजन में भी अगर कुछ नए प्रयोग किए जाएं तो जिनमें अतिरिक्त समय भी ना लगे और रंग भी चोखा आए तो फिर बात ही क्या?

भोजन बनाने के कुछ उपयोगी टिप्स--

तो फिर क्यों ना आजमायें हम महिलाएंपाककला  के लिए ये कारगर टिप्स ---

1.सब्जियों को हल्का सा फ्राई करके सब्जी तैयार करें---        

रोजमर्रा की बनने वाली सब्जियों में नया स्वाद लाने के लिए आलू-गोभी की सब्जी बनाते समय आलू गोभी को काटकर धोने के बाद यदि मटर हो तो उसे भी धोने के बाद धोने वाला पानी बिल्कुल निकालकर कढ़ाई या कुकर में थोड़ा सा तेल डालकर (ज्यादा नहीं) आलू , गोभी और मटर को अलग अलग फ्राई कर लेते हैं. पूरी तरह से तलने की जरूरत नहीं है. बस सेलो फ्राई कर लें.

अब जैसे रोज-मर्रा में  सब्जी बनाई जाती है वैसे ही सब्जी बना ले और बाद में सूखा धनिया, गरम मसाला, कसूरी मेथी तथा हरा धनिया जरूर डालें। यह तो आप वैसे भी डालती ही होगी। हो गयी कुछ बेहतर स्वाद की सब्जी तैयार। आप को नया ही स्वाद आएगा.

इस तरह हल्का फ्राई करके बिना किसी विशेष मेहनत के, बिना विशेष सामग्री के डिफरेंट बढ़िया स्वाद आ जाएगा।

अपनी रोजमर्रा खाई जाने वाली सब्जियों में ही इसी तरह टमाटर-आलू की सब्जी व बैंगन आलू की सब्जी भी थोड़े से तेल या घी में ही बैंगन और आलू के कटे हुए टुकड़ों को फ्राई करके बनाने से नया स्वाद मिलेगा। कभी-कभी घर में कोई भी सब्जी नहीं होती है, आलू ही होते हैं तो आलू को उबालकर काटकर उन्हें मसाले डालकर भूनकर सब्जी बनाने से पहले कढ़ाई में थोड़ा सा ही घी या तेल डाल कर उसे हल्का सा फ्राई कर ले और फिर उसकी सूखे आलू की सब्जी बनाएं। यदि चाहें तो एक या दो चम्मच बेसन भी भूनकर सब्ज़ी को भूनते समय डालें, उसमें कसूरी मेथी आदि भी डाल दें तो यह आलू की सूखी सब्जी थोड़े अलग ही और बढ़िया स्वाद वाली आपको लगेगी.

2. यदि जल्दी खाना बनाना हो या घर में अचानक कोई मेहमान आ जाये--

paakkala-tips

 

यदि कोई मेहमान अचानक आ जाये और घर में कोई सब्जी ना  हो तो आलू से ही कुछ अलग बनाया जा सकता है. आलू को उबालकर काट ले या आलू को फोड़ लें. अब उसमें पानी डालकर आलू का झोल बना लें और फिर कढ़ाई में तेल डालकर उसमें अच्छे से मसाले डालकर पानी सहित आलू दाल दें और जब सब्जी बन जाए तो उसमें रायते में डाली जाने वाली बूंदी जो अक्सर घर में रहती ही है उसको सब्जी में डाल दें. आप देखेंगे कि आलू की सब्जी में अलग ही स्वाद आ जाएगा। आपके मेहमान को भी अवश्य ही ये सब्जी पसंद आएगी.

आप बेसन की छोटी-छोटी पकौड़ी बनाकर भी डाल सकती है.

3. भरवां करेलों का स्वाद बढ़ाने के लिए-- 

यदि भरवां करेले बना रहे हैं तो तेल में करेले भूनते या तलते समय थोड़ा सा मलाई वाला दूध भी डाल दें तो करेलों का स्वाद निराला ही हो जाता है क्योंकि दूध के फटने से दूध और मलाई के जो थक्के जैसे बन जाते हैं वह
सब्जी को और स्वादिष्ट बना देते हैं.

तो ये है पाककला  के कुछ टिप्स जिन्हें अपनाकर रोजमर्रा के भोजन में नया स्वाद लाया जा सकता है। तो अपना रही है ना आप ये टिप्स अपने रसोईघर में.....

अन्य रेसिपी भी आजमाये

टिप्पणियाँ

बेनामी ने कहा…
Nice suggestions to cook
Dr. Rajendra Arya ने कहा…
Nice tips for cooking

लेबल

ज़्यादा दिखाएं

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पतिपत्नी के प्रेम पर दिल को छू लेने वाली भावपूर्ण कविता 'साथी मेरे'

पतिपत्नी के प्रेम पर आपने बहुत कविताएं पढ़ी होगी। पतिपत्नी के संबंधों की गहनता पर   पति द्वारा   जीवन संगिनी अर्थात   पत्नी को सम्बोधित करती दिल को छू लेने वाली यह   भावपूर्ण कविता  ' साथी मेरे ' पढ़ें . पति-पत्नी के बीच का संबंध   बहुत गहरा , बहुत पवित्र और जन्म जन्मांतर का संबंध होता है. एक दूसरे के लिए वह संगी साथी,जीवन साथी सभी कुछ होते हैं. दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं. संग संग रहते हुए वह एक दूसरे की अनुभूतियों   में समा जाते हैं. इसी पवित्र, प्यारे और सुंदर रिश्ते को लक्षित करते हुए लिखी गई है मेरी यह मौलिक  कविता .  आशा है आपकी प्रतिक्रियाएं अवश्य मिलेगी...

दाम्पत्य जीवन मे पत्नी के लिए पति के भावों को व्यक्त करती प्रेम कविता- मैं एक फूल लेकर आया था

प्रेम भी अभिव्यक्ति चाहता है. दाम्पत्य जीवन में एक दूसरे के लिए कुछ आभार व प्यार भरे शब्द वो भी प्रेम   कविता के रूप में पति-पत्नी के प्रेम को द्विगुणित कर देते हैं.  युगल   चाहे वे दम्पति हो अथवा  प्रेमी-प्रेमिका  के बीच  प्रेम  की एक नूतन अभिव्यक्ति.... पत्नी के समर्पण और प्रेम के लिए पति की और से आभार और प्रेम व्यक्त करती हुई एक भावपूर्ण  प्रेम  कविता...   मैं एक फूल लेकर आया था

पति पर हास्य कविता| पति पत्नि की मनोरंजक नोकझोंक

हम लेकर आये हैं अंजू अग्रवाल द्वारा रचित पति पर   हास्य कविता। पति पत्नी की नोकझोंक प र लिखी गयी यह कविता निश्चय ही आपका मनोरंजन करेगी.   एक हास्य पति पर लिखी कविता कवि सम्मेलनों में प्राण फूंक देती हैं. उस पर भी पत्नी पर लिखी गयी हास्य कविताओं का तो श्रोता कुछ अधिक ही आनंद लेते हैं.  हास्य कवि तो मंच पर पत्नियों की बैंड बजा कर वाहवाही लूट मस्त रहते है पर एक हास्य कवि की पत्नी से यह बर्दाश्त न हुआ कि हमारा मजाक उड़ा पतिदेव वाहवाही लूटें तो उसने भी पतिदेव की बैंड बजाने की सोच एक हास्य कविता लिख दे मारी।  ऐसा ही कुछ दृश्य इस कविता की विषय वस्तु हैं.      कविता का आनंद ले-.    हास्य कविता-  मैं तो बिन सुने ही हंसता हूँ सोचा हमने कि मंच, पर हम भी जमेंगे श्रोता वाह वाह तब , हम पर भी करेंगे तंज कसते पत्नियों पर, यह मंच पर नित्य  हास्य कवि पति अब, हमसे भी ना बचेंगे. कविता एक हास्य की , हमने भी लिख मारी कहा इनसे सुनो जी , बोले आयी आफत हमारी पता था हमको यह, कि नौटंकी जरूर करेंगे नहीं हिम्मत मगर इतनी, कि कविता ना सुनेंगे. कहा हमने बोरिंग नहीं, कविता हंसने वाली है बोले तपाक से अच्छ

'मेरी तुम ज़िंदगी हो' valentine day love poem for husband from wife

A valentine day love poem(प्रेम कविता) for husband from wife (पति के लिए पत्नी की प्रेम भावनाएं 'मेरी तुम ज़िंदगी हो' कविता के रूप में)..  कितना प्यारा रिश्ता होता है पति पत्नी का. कभी खट्टा कभी मीठा। जितना चटपटा जायकेदार तो उतना ही मन की गहराइयों तक उतर कर अपनेपन की अलौकिक अनुभूति से सराबोर करने वाला. मगर यह रिश्ता प्यार की अनुभूति के साथ साथ प्यार की अभिव्यक्ति भी चाहता है, दिल की गहराइयों से निकले प्यार के कुछ बोल भी चाहता है. वो बोल अगर अपने जीवनसाथी के लिए  पति या पत्नी द्वारा रचित, लिखित या कथित प्रेम कविता के रूप में हो तो कहना ही क्या. एक नया रंग मिल जाएगा आपके प्यार को.  हमारे भारतीय समाज में जिम्मेदारियों और जीवन की भागदौड़ के रहते अक्सर पति-पत्नी ( husband wife) एक दूसरे के प्रति अपने प्रेम को मुखर नहीं करते और जीवन का ढर्रा एकरस सा चलता रहता है. जीवन में रंग भरने के लिए प्रेम की अभियक्ति भी जरूरी है. वह I love you वाली घिसी पिटी अभिव्यक्ति नहीं बल्कि हृदय की गहराई से निकले प्रेम के सच्चे भाव. शायद ऐसे ही अवसरों के लिए अब Valentine day  और marriage day (mar

कोई जहर खाले तो क्या और कैसे करें उपचार

जहर का नाम सुनते ही हर कोई घबरा जाता है. मगर यदि कभी ऐसी परिस्थिति आ जाये कि कोई जहर खाले तो घबराने से तो काम नहीं चलेगा. डाक्टर के पास ले जाने में भी थोड़ा समय तो अवश्य लगेगा. ऐसे में तब तक स्वयं को संयत रखते हुए मरीज का उपचार करना अति आवश्यक है.  तो यहां यही बताने की कोशिश की गयी है कि डाक्टर तक पहुँचने से पहले जहर खाये मरीज का  किस प्रकार अर्थात क्या और कैसे मरीज का उपचार करें. यदि किसी को जहर दिया गया हो या उसने स्वयं खाया हो तो क्या और कैसे करें उपचार... जितना शीघ्र हो सके जहर खाये व्यक्ति को जहर खाने के १० मिनिट के भीतर ही भीतर डॉक्टर के पास ले जायें और यदि इतना शीघ्र डॉक्टर के पास ले जाना संभव ना  सके तो ये उपचार शीघ्र से शीघ्र करें. जहर मृत्यु का दूसरा नाम है. अक्सर घरों में किसी न किसी काम के लिए किसी भी रूप में हलका या तीव्र जहर मौजूद रहता ही है चाहे वह चूहों आदि या कीट पतंगों को मारने के लिए हो या किसी दवाई के रूप में हो या घर की सफाई के लिए किये जाने वाले डिटर्जेंट पदार्थों जैसे फिनाइल आदि के रूप में.

एक अनुभूति पूरक कविता- जैसे कोई मिल गया परिचित हमें प्रवास में

Best Gazals प्रेम की सूक्ष्म व अलौकिक अनुभूति का प्रस्तुतिकरण कविता  रूप में..... जैसे कोई मिल गया परिचित हमें प्रवास में  पढ़ें एक और  अनुभूति पूरक कविता ' क्षितिज के पार '  इस कविता को  प्रेम-गीत भी कहा जा सकता है मगर यह स्थूल प्रेम का गीत नहीं वरन् प्रेम की उस सूक्ष्म व अलौकिक अनुभूति का प्रस्तुतिकरण है जिसका कोई साकार रूप नहीं होता, बस झिलमिल सी एक पहचान, अपनेपन का अव्यक्त सा आभास जिसका सांसारिकता से कोई लेना-देना नहीं होता. शायद पिछले जन्म की कोई पहचान होती होगी इस तरह की अनुभूतियों के पीछे....शायद. क्या आपको भी कभी ऐसी अनुभूति हुई है कि किसी को देखकर आपको ऐसा लगा हो कि इस शख्स को हम ना जाने कितने जन्मों से जानते हैं कुछ ऐसी ही अनुभूति लिए मेरी यह मौलिक काव्य गीत रचना आपके लिए:- दार्शनिक कविता पढें- विरोधाभास

क्या आपको भी अपना जीवन कठिन लगता है? कैसे बनाये अपने जीवन को आसान

आपको अगर अपने जीवन में परिस्थितियों के कारण अथवा किसी अन्य कारण से कठिनाई महसूस होती है तो शायद हमारा यह लेख आपके किसी काम आए जिसमें बताया गया है कि आप कैसे अपनी सोच बदल कर कठिन परिस्थितियों को भी अपने वश में कर अपने कठिन प्रतीत होने वाले जीवन को आसान व आनंदपूर्ण बना सकते हैं.   क्या वास्तव में जीवन जीना इतना कठिन है? क्या आपको भी अपना जीवन इतना कठिन लगता है