श्रंगार रस सब रसों का राजा है. कविता जगत में श्रंगारिक गीतों का अपना ही एक अलग स्थान है . श्रृंगार रस में रचित प्रस्तुत प्रेम गीत ' समर्पण भावों का ' आपके हृदय को अवश्य ही भायेगा. तो प्रस्तुत है श्रंगारिक प्रेम गीत ... सास बहू पर यह लोकगीत पढ़ें समर्पण भावों का श्रृंगार रस में एक और प्रेमगीत आपके लिए.......
पतिपत्नी के प्रेम पर आपने बहुत कविताएं पढ़ी होगी। पतिपत्नी के संबंधों की गहनता पर पति द्वारा जीवन संगिनी अर्थात पत्नी को सम्बोधित करती दिल को छू लेने वाली यह भावपूर्ण कविता ' साथी मेरे ' पढ़ें . पति-पत्नी के बीच का संबंध बहुत गहरा , बहुत पवित्र और जन्म जन्मांतर का संबंध होता है. एक दूसरे के लिए वह संगी साथी,जीवन साथी सभी कुछ होते हैं. दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं. संग संग रहते हुए वह एक दूसरे की अनुभूतियों में समा जाते हैं. इसी पवित्र, प्यारे और सुंदर रिश्ते को लक्षित करते हुए लिखी गई है मेरी यह मौलिक कविता . आशा है आपकी प्रतिक्रियाएं अवश्य मिलेगी...