आप के मनोरंजन के लिए प्रस्तुत है हमारे नये स्तम्भ गीतों की जुुुुुबानी मेंं गीतों के माध्यम से रची एक मनोरंजक प्रेम कहानी- 'गीतों की जुबानी' स्तम्भ के अन्तर्गत आपके मनोरंजन के लिए हम गीतों के माध्यम से नयी नयी मनोरंजक कहानियां प्रस्तुत करेंगे. आशा है आप को हमारा यह नया स्तम्भ अवश्य पसन्द आयेगा. इस बार पढ़िये.. प्रेेम कहानी गीतों की जुबानी- मैं तो छोड़ चली बाबुल का देश ' मैं तो छोड़ चली बाबुल का देश पिया का घर प्यारा लगे' सुहाने सपनों के झूले में झूलती रचना जल्दी से जल्दी यह खबर अपनी प्यारी सखी रश्मि को सुनाने को बेताब थी. चाय का कप और जिंदगी - सुने यह कविता वीडियो के रूप में कल ही सपनों के राजकुमार सा सुंदर सजीला केशव अपनी मां के साथ उसे देखने आया था. मां बेटे को रश्मि पसन्द आ गयी थी और वे रश्मि को अँगूठी पहना कर झटपट मंगनी की रस्म भी सम्पन्न कर गये. जल्दी से जल्दी शादी की तारीख निकलवाने के लिए कह कर वो लोग चले गए थे. ' ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत कौन हो तुम बतलाओ'
पतिपत्नी के प्रेम पर आपने बहुत कविताएं पढ़ी होगी। पतिपत्नी के संबंधों की गहनता पर पति द्वारा जीवन संगिनी अर्थात पत्नी को सम्बोधित करती दिल को छू लेने वाली यह भावपूर्ण कविता ' साथी मेरे ' पढ़ें . पति-पत्नी के बीच का संबंध बहुत गहरा , बहुत पवित्र और जन्म जन्मांतर का संबंध होता है. एक दूसरे के लिए वह संगी साथी,जीवन साथी सभी कुछ होते हैं. दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं. संग संग रहते हुए वह एक दूसरे की अनुभूतियों में समा जाते हैं. इसी पवित्र, प्यारे और सुंदर रिश्ते को लक्षित करते हुए लिखी गई है मेरी यह मौलिक कविता . आशा है आपकी प्रतिक्रियाएं अवश्य मिलेगी...