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दाम्पत्य जीवन मे पत्नी के लिए पति के भावों को व्यक्त करती प्रेम कविता- मैं एक फूल लेकर आया था

प्रेम भी अभिव्यक्ति चाहता है. दाम्पत्य जीवन में एक दूसरे के लिए कुछ आभार व प्यार भरे शब्द वो भी प्रेम कविता के रूप में पति-पत्नी के प्रेम को द्विगुणित कर देते हैं. युगल चाहे वे दम्पति हो अथवा प्रेमी-प्रेमिका के बीच प्रेम की एक नूतन अभिव्यक्ति....

पत्नी के समर्पण और प्रेम के लिए पति की और से आभार और प्रेम व्यक्त करती हुई एक भावपूर्ण प्रेम कविता... 

मैं एक फूल लेकर आया था


प्रेम कविता


मैं एक फूल लेकर आया था
तुमने चमन खिला दिया
मैं एक आस लेकर आया था
तुमने स्वप्न सजा दिया

पीछे मुड़कर देखता हूं तो
जीवन पगडंडी सा लगता है
आगे देखता हूं तुमने
राजपथ बिछा दिया

ऐ मेरे साथी ऐ
मेरे हमराही
साथ चलते रहेंगे हम
बन एक दूजे की परछाई

 इस साथ के एहसास को
 मन में संजोए रखना
जिंदगी के धागे में
मोती का पिरोए रखना

यह एहसास ही तो है
जो सदा साथ रहता है
वरना आदमी तो वक्त संग
तिनके सा बहता है

मैं हृदय लेकर आया था
तुमने जज्बात जगा दिया
कुछ शब्द थे बस पास मेरे
तुम ने गीत रचा दिया

मैं एक फूल लेकर आया था
तुमने चमन खिला दिया
मैं एक आस लेकर आया था
तुमने स्वप्न सजा दिया

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